बुन्देली दोहा – बिषय-चपेटा
बुंदेली दोहा बिषय- चपेटा
खेल चपेटा खेल में,मौड़ीं हाथ चलाँय।
उलटे सूदे पौर कर,#राना गोट उठाँय।।
बिटियन के सँग बैठ कै,गये चपेटा सीख।
रुगनचियाई हौत ती,’राना’ मौं सैं चीख।।
पथरन के कउँ लाख के,बने चपेटा खूब।
#राना सब चौकोर थे,कभउँ भई ना ऊब।।
नहीं चपेटा अब दिखत,’राना’ बिसरीं शाम।
मौड़ी बैठे बायरै,खेलें जब अविराम।।
*** दिनांक – 28-10-2024
✍️ राजीव नामदेव”राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
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