बुनकर बुनती थी
चल पडती हूँ उन ख्वाबों की चाहत में
बचपन में बुनकर बुनती थी चाहत में
मीलों तय करते थे ऊंची कूद कूदी थी
थक जाती हूँ अब मन की भी चाहत में
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा
चल पडती हूँ उन ख्वाबों की चाहत में
बचपन में बुनकर बुनती थी चाहत में
मीलों तय करते थे ऊंची कूद कूदी थी
थक जाती हूँ अब मन की भी चाहत में
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा