बुद्ध के संग अब जाऊँगा ।
आते ही है बुद्ध जगत के,
लेने मै जाऊँगा प्रबज्जा,
आज्ञा दे दो,हे ! मेरी माता,
बुद्ध के संग अब जाऊँगा।…(1)
तथागत का धम्म पाऊंँगा,
उपसंपदा अपनाऊँगा,
आज्ञा दे दो,हे ! मेरी माता,
बुद्ध के संग अब जाऊँगा।…(2)
राहुल हूँ मै पुत्र यशोधरा का,
पितृ सिद्धार्थ के दर्शन पाऊंँगा,
आज्ञा दे दो,हे ! मेरी माता,
बुद्ध के संग अब जाऊँगा।…(3)
मांँगू अपना हक और प्यार,
पाऊँगा अपना उत्तराधिकार,
आज्ञा दे दो,हे ! मेरी माता,
बुद्ध के संग अब जाउँगा।…(4)
धारण करके चीवर और भिक्षा पात्र,
कुल का धम्म निभाऊँगा,
आज्ञा दे दो,हे ! मेरी माता,
बुद्ध के संग अब जाउँगा।…(5)
रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।