बुद्धिमान सफल हो ही जाता है ।
बुद्धिमान सफल हो ही जाता है ।
सहज सुंदर कल हो ही जाता है ।।
हो माटी पानी का, गलत मिश्रण l
भयानक, दलदल हो ही जाता है ll
कठोर ओ कड़क, ढालने के लिए l
गर्मी से, तरल हो ही जाता है ll
सही सोच, सही नियम ओ ढंग से l
हर उलझा, सरल हो ही जाता है ll
डर दे अति डराते , डरावने से l
एक दिन, दंगल हो ही जाता है ll
प्यास सहज भगवन चरण अर्पित कर l
अमंगल, मंगल हो ही जाता है ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न