प्यार नहीं दे पाऊँगा
गीत
चाह प्यार की अब मत करना,
प्यार नहीं दे पाऊँगा।
बहुत दिनों तक साथ चला पर,
साथ न अब दे पाऊँगा।
नयन मूंद कर तुमको चाहा,
कैसा पागलपन मेरा,
झुलसा झुलसा सा अंतस है
नफ़रत ने डाला डेरा,
लाख प्रयास करो तुम लेकिन,
हाथ नहीं दे पाऊँगा।।
चाह प्यार की अब मत करना ,
प्यार नहीं दे पाऊँगा।
बहुत दिनों तक साथ चला पर,
साथ न अब दे पाऊँगा।।
श्याम तुम्हारी प्रीति अनोखी,
तड़पा कर तुम चले गये,
ग्वाल-बाल हम सब पागल थे,
जो धोखे में रखे गये,
तुम सा धोखेबाज न जग में,
ढूँढे से मिल पायेगा,
रूंध गया है गला हमारा,
टेर नहीं अब पाऊँगा।।
चाह प्यार की अब मत करना,
प्यार नहीं दे पाऊँगा।
बहुत दिनों तक साथ चला पर,
साथ न अब दे पाऊँगा।।
कौशल कुमार पाण्डेय आस