Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Aug 2021 · 1 min read

बुंदेली दोहा -हरछठ

#बुंदेली दोहा
बिषय- हरछठ

बलदाऊ इदना भये,
खुशियां भयी अपार।
हरछठ कौ त्यौहार भी,
मना रये नर-नार।।
***28-8-2021

© राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com
???☘️?????☘️??

Language: Hindi
2 Likes · 521 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
View all
You may also like:
खामोश से रहते हैं
खामोश से रहते हैं
Chitra Bisht
बर्दास्त की आख़िर हद तक देखा मैंने,
बर्दास्त की आख़िर हद तक देखा मैंने,
ओसमणी साहू 'ओश'
You lived through it, you learned from it, now it's time to
You lived through it, you learned from it, now it's time to
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
हनुमान जी के गदा
हनुमान जी के गदा
Santosh kumar Miri
फुरसत के वो दिन भी बीत गए अब तो,
फुरसत के वो दिन भी बीत गए अब तो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मैं मधुर भाषा हिन्दी
मैं मधुर भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ईश्वर कहो या खुदा
ईश्वर कहो या खुदा
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
" स्त्री 2 से लौटेगी बॉक्स ऑफिस की रौनक़ " - रिपोर्ट
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
4185💐 *पूर्णिका* 💐
4185💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वो मेरा है
वो मेरा है
Rajender Kumar Miraaj
ग़ज़ल _ मुसाफ़िर ज़िंदगी उसकी , सफ़र में हर घड़ी होगी ,
ग़ज़ल _ मुसाफ़िर ज़िंदगी उसकी , सफ़र में हर घड़ी होगी ,
Neelofar Khan
बेचारे नेता
बेचारे नेता
गुमनाम 'बाबा'
उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
अपना पन तो सब दिखाते है
अपना पन तो सब दिखाते है
Ranjeet kumar patre
जो छूट गया तुम्हारा साथ जीवन के किसी मोड़ पर..
जो छूट गया तुम्हारा साथ जीवन के किसी मोड़ पर..
शोभा कुमारी
10) पूछा फूल से..
10) पूछा फूल से..
पूनम झा 'प्रथमा'
बिना जिसके न लगता दिल...
बिना जिसके न लगता दिल...
आर.एस. 'प्रीतम'
..
..
*प्रणय*
"वक्त"के भी अजीब किस्से हैं
नेताम आर सी
पिता
पिता
Neeraj Agarwal
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
Neelam Sharma
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
नए साल की नई सुबह पर,
नए साल की नई सुबह पर,
Anamika Singh
इश्क- इबादत
इश्क- इबादत
Sandeep Pande
" शर्त "
Dr. Kishan tandon kranti
पर्व दशहरा आ गया
पर्व दशहरा आ गया
Dr Archana Gupta
For those who carry their weight in silence, holding everyon
For those who carry their weight in silence, holding everyon
पूर्वार्थ
*ग़ज़ल*
*ग़ज़ल*
शेख रहमत अली "बस्तवी"
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
मिलते तो बहुत है हमे भी चाहने वाले
Kumar lalit
Loading...