बीवी को आई नही (दोहा मुक्तक )
बीवी को आई नही,…..पाकिट मारी रास!
मोदी जी की चाल इक, बनी गले की फास !
अलमारी से आगये,स्वत: छिपे सब नोट,
चौकन्ने शौहर हुए, बचा नही कुछ पास!!
रमेश शर्मा
बीवी को आई नही,…..पाकिट मारी रास!
मोदी जी की चाल इक, बनी गले की फास !
अलमारी से आगये,स्वत: छिपे सब नोट,
चौकन्ने शौहर हुए, बचा नही कुछ पास!!
रमेश शर्मा