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31 Dec 2024 · 1 min read

बीत गए कई साल स्कूल में ,आज आई है जाने की पारी,बिछड़ जाएंगे

बीत गए कई साल स्कूल में ,आज आई है जाने की पारी,बिछड़ जाएंगे हमारे जिगरी दोस्त,फिर आई ज़िंदगी में नई कहानी,यूं तो याद रहेगी डाट हर सर मैडम की, लेकिन कैसे भूल जाए,अपने प्रिय शिक्षक को,जिन्होंने मुझे हर पल समझाया,लेकिन उस समय मैं ना समझ पाया,आज जाने की पारी आई तो,
सारी बाते याद आई।।
याद आएंगी अपनी बचकानी हरकते,याद आएंगी झूठ बोल के बच जाने की बाते,दोस्तो के साथ बैठ उनके टैफिन को खाना,फिर रूठ जाने पर उनको मानना,
हर बात बताना,फिर गलत ना समझे ये सोच ,
फिर उसको समझाना,यूं तो हर पल सुहाना था स्कूल में,और याद रहेगी ये उम्र भर की किताब में,जी लिया मैने भी अपने जिन्दगी का खुबसूरत पल,अब तो तैयार हूं,जिंदगी की लड़ाई में,लेकिन याद रखूंगा,स्कूल की खट्टी मीठी बचकानी, शरारती हरकते,
जो उम्र भर के लिए सिख बन गई है , अब मेरे कहानी के पन्नो में……

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