बीते लम्हे
जा रहे हो,
अगर कहते भी तुम्हें,
तो तुम कहाँ रुकते,
तुम्हारा ही वारिस आने को है आतुर,
तुम्हारे महीनों, दिनों,पलों की यादें,
कुछ अधूरे सपने, कुछ वादे,
कुछ सफलताएँ,कुछ विफलताएँ,
छोड़े जा रहे हो अनगिनत इच्छाएं,
पर तुम्हारा आगामी,
साथ लिए है, हौंसला,दृढ़ता
सब कुछ पूरा कर लेने के लिए,
बीते लम्हे साथ ले जाएगें,
इक उम्र का साल,
पर आने वाले पल लाएंगे,
इक नया जोश,
फिर से जी भर जी लेने का,
कठिनाईओं से जूझ कर,
जीवन अमृत पी लेने का…