बीती यांदे
बीते दिनों को भलो कोन भुला पाएगा ।
जब जब याद करेगा , अंखियों में पानी भर आएगा ।
जवानी के गीत बुढ़ापे में गुन गुनाएगा ।
एक अरसा पहले कभी बीता था ।
एक अरसा फिर से बीत जाएगा ।।
कहानी किस्से, तस्वीरों को देख तुम गुन गुनाओंगे ।
अपने पोते पोती को गोद में बीठाकर तुम अपनी गाथा सुनाओंगे ।।