बीता हुआ कल
बीता हुआ कल वापिस नहीं आता हैं,
रूठे हुए पल वापिस नहीं आते हैं।।
लम्हों की तिजोरी मे इन पलो को कैद कर लो,
वक्त की बदलती हवा इन्हें साथ ले जाएगी,
हर तरह की घडिय़ां जिंदगी मे आएगी।।
मुश्किल है ये राज़ बताना,
गुजरे हुए पलो को भूलाना,
जो आज है बस वही आज है,
बस इसी को हैं अपनाना।।
हर एक पल को खुशी से जीना सीखो,
बीते हुए कल को भूलाना सीखो।।
बीते हुए कल मे जीना छोड़ दो,
आज तुम्हारा बेसब्री से इतंजार करता हैं।।
धूप के बाद छांव का ऐलान करता हैं,
बीता हुआ कल वापिस नहीं आता हैं।।
कृति भाटिया।।