बिहार अभिमान गीत (#बिहार दिवस#)
हम कुँवर सिंह बलिदानी हैं, हम कौटिल्य अभिमानी हैं -(२)
हम चँद्रगुप्त स्कन्दगुप्त हम महावीर की वाणी हैं
हम कुँवर सिंह बलिदानी हैं, हम कौटिल्य अभिमानी हैं -(२)
भगवान बुद्ध सा ज्ञानी हैं हम कर्णवीर सा दानी हैं-(२)
हम वैशाली का लोकतंत्र आर्यों की कथा-कहानी हैं
हम कुँवर सिंह बलिदानी हैं, हम कौटिल्य अभिमानी हैं -(२)
हम चाणक्य का अर्थशास्त्र हम आर्यभट्ट का गणित शास्त्र -(२)
हम मगध राज का राजतिलक हम ही तेजस निर्माणी हैं
हम कुँवर सिंह बलिदानी हैं, हम कौटिल्य अभिमानी हैं -(२)
हम कवि दिनकर की रश्मिरथी हम बिस्मिल्ला की शहनाई -(२)
हम विद्यापति जी का लोकगीत हम मिथिला की सुमधुर वाणी हैं
हम कुँवर सिंह बलिदानी हैं, हम कौटिल्य अभिमानी हैं -(२)
हम चँद्रगुप्त स्कन्दगुप्त हम महावीर की वाणी हैं
हम कुँवर सिंह बलिदानी हैं, हम कौटिल्य अभिमानी हैं -(2)
|| लेखक : यशवर्धन राज (बालेन्दु मिश्रा) ||
|| हिन्दी प्रतिष्ठा, स्नातक प्रथम सत्र, कला संकाय ||
|| काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी ||