बिहारी छंद
[02/09/2020 ]
बिहारी छंद
221 122 112, 21 122
जो रीत चली आप उसे, दूर भगाओ ।
क्यों मार रहे आज सुता, आप बताओ ।।
बेटी न रहेगी न बचे, वंश किसीका।
क्यों बोझ लगे पूर्ण जगत, अंश उसीका।।
[02/09/2020 ]
बिहारी छंद
221 122 112, 21 122
जो रीत चली आप उसे, दूर भगाओ ।
क्यों मार रहे आज सुता, आप बताओ ।।
बेटी न रहेगी न बचे, वंश किसीका।
क्यों बोझ लगे पूर्ण जगत, अंश उसीका।।