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31 Jul 2023 · 1 min read

बिसुणी (घर)

बिसुणी (घर)
घणों चालणो, पेंडो लाम्बो, तिरस्यां लागै दूणी।
थक ज्यांवा जद, बासो लेवण याद आवै बिसुणी।।

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