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9 Jun 2024 · 1 min read

“बिना माल के पुरुष की अवसि अवज्ञा होय।

“बिना माल के पुरुष की अवसि अवज्ञा होय।
बेटा-बेटी मित्रगण सहज न सूंघे कोय।।”
😊प्रणय प्रभात😊

1 Like · 17 Views
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