बिटिया का संसार
शादी की खुशियाँ सभी,मधुर-मधुर संवाद ।
ब्याह विदा की रस्म हर,आज आ रहे याद ।।
वर्षगाँठ है यह प्रथम, हुई पूर्ण थी चाह ।
विदा हुई आशीष ले,.बेटी करके ब्याह ।।
देता हूँ आशीष फिर,…..मैं यह बारम्बार ।
रहे प्रफुल्लित ही सदा,बिटिया का संसार।।
रमेश शर्मा