बिटियाँ रानी___
बेटी मेरी प्यारी – प्यारी
पापा की आँँखो की दुलारी
ममी की हैं चाँद- तारी,
बेटी मेरी, मेरा अभिमान हैं
बसती उसमें मेरी जान हैं
बेटी भी आज स्वाभिमान हैं,
“संदीप” की कलम करे पुकार
बेटी को तू ना गर्भ मे मार
दुनिया में उसको आने दो
हक उनको अपना पाने दो
बेटों से भी ज्यादा तुमको करेंगी प्यार
राज की बात बताऊँ आज ये सारी,
बेटी से महके घर की क्यारी- क्यारी
जान लो आज ये दुनिया वहमी मारी
बेटों से नहीं बेटी न्यारी
बेटी मेरी प्यारी – प्यारी ।।