बिटियाँ (चौका लेखन विधा)
सब की प्यारी
बिटिया है हमारी
आयी है घर
रोशन हैं खुशियां
चले ठुमक
बजती पैजनियां
हैं देवी तुल्य
करें कन्या पूजन
करें संघर्ष
नहीं कुछ मुश्किल
छूती आसमां
बेटियों पर गर्व
हैं फूलकुमारी
दुश्मन पर भारी
सेना शासन
बेटियां प्रशासक
बेटी के घर
मायका ससुराल
रहें वो खुशहाल
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल