Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2021 · 1 min read

बिगड़े हालात हैं

*** बिगड़े हालात हैं (गजल)***
****212-222-222-212****
**************************

आज बिगड़े सारे मेरे हालात हैं,
साथ देते ना मेरे तो जज्बात है।

चाँद मेघों की गोदी में है छिप गया,
ये किधर से आई अंधेरी रात है।

धार नजरों की तेरी लगती ओर है,
खूब बदले बदले तेरे ख्यालात है।

आपके नैनों मे भी दिखता प्यार है,
आप ही मेरे जीवन की सौगात है।

हसरतों को जल्दी से भी पूरा करो,
शेष रह ना जाए कोई भी बात है।

रोकिये मत उर में उठता तूफान है,
जल्द होने वाली लगता बरसात है।

प्रेम में मनसीरत पागल हो गया,
यार बस बाकी लेने फेरे सात हैं।
***************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

1 Like · 251 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

वह है बहन।
वह है बहन।
Satish Srijan
हम कहाँ कोई जमीं या
हम कहाँ कोई जमीं या
Dr. Sunita Singh
कुंडलिया . . .
कुंडलिया . . .
sushil sarna
हमारा सुकून:अपना गाँव
हमारा सुकून:अपना गाँव
Sunny kumar kabira
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
सारे इलज़ाम इसके माथे पर,
सारे इलज़ाम इसके माथे पर,
Dr fauzia Naseem shad
माँ की अभिलाषा 🙏
माँ की अभिलाषा 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"शाश्वत"
Dr. Kishan tandon kranti
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
Arghyadeep Chakraborty
राजनीति और प्यार
राजनीति और प्यार
guru saxena
मातृभूमि
मातृभूमि
Kanchan verma
जिसके पास क्रोध है,
जिसके पास क्रोध है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जैसी बदनामी तूने मेरी की
जैसी बदनामी तूने मेरी की
gurudeenverma198
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
VINOD CHAUHAN
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि पर केंद्रित पुस्तकें....
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि पर केंद्रित पुस्तकें....
Dr. Narendra Valmiki
आजकल कुछ सुधार है प्यारे..?
आजकल कुछ सुधार है प्यारे..?
पंकज परिंदा
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
Shweta Soni
काश ! लोग यह समझ पाते कि रिश्ते मनःस्थिति के ख्याल रखने हेतु
काश ! लोग यह समझ पाते कि रिश्ते मनःस्थिति के ख्याल रखने हेतु
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
23/62.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/62.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
व्यग्रता मित्र बनाने की जिस तरह निरंतर लोगों में  होती है पर
व्यग्रता मित्र बनाने की जिस तरह निरंतर लोगों में होती है पर
DrLakshman Jha Parimal
मातृ भाव और मैत्री भाव जिसके भी मन में वास करता है , वह किसी
मातृ भाव और मैत्री भाव जिसके भी मन में वास करता है , वह किसी
Sonia Pant
पहली मुलाकात
पहली मुलाकात
Sagar Yadav Zakhmi
" मेरे जीवन का राज है राज "
Dr Meenu Poonia
स्वाद छोड़िए, स्वास्थ्य पर ध्यान दीजिए।
स्वाद छोड़िए, स्वास्थ्य पर ध्यान दीजिए।
Sanjay ' शून्य'
कान्हा ओ कान्हा!
कान्हा ओ कान्हा!
Jaikrishan Uniyal
मतिभ्रष्ट
मतिभ्रष्ट
Shyam Sundar Subramanian
..
..
*प्रणय*
नोट पुराने
नोट पुराने
आकाश महेशपुरी
वो  खफा है ना जाने किसी बात पर
वो खफा है ना जाने किसी बात पर
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*जिंदगी मुझ पे तू एक अहसान कर*
*जिंदगी मुझ पे तू एक अहसान कर*
sudhir kumar
Loading...