बाल गीत(10)
74#दादी नानी C
रोज़ सुनाती नयी कहानी
हमें हमारी दादी नानी
टोकाटोकी ज़रा न करतीं
नखरे खूब हमारे भरतीं
करने देती हैं मनमानी
हमें हमारी दादी नानी
अच्छी अच्छी बात सिखातीं
दूर बुराई से ले जातीं
बड़ा बनातीं हमको ज्ञानी
हमें हमारी दादी नानी
कमी न कोई होने देतीं
जरा न हमको रोने देतीं
रखती जैसे राजा रानी
हमें हमारी दादी नानी
73#पार्क C
पार्क हमें जब भी ले जातीं
मम्मी झूले ख़ूब झुलातीं
फूल वहाँ पर इतने सारे
रंगबिरंगे प्यारे प्यारे
मम्मी सबका नाम बतातीं
पार्क हमें जब भी ले जातीं
हरी हरी है घास वहाँ पर
चोट नहीं लगती है गिरकर
मम्मी हमको खेल खिलातीं
पार्क हमें जब भी ले जातीं
भीड़ वहां बच्चों की भारी
कुछ से कर ली हमने यारी
देख देख मम्मी मुस्कातीं
पार्क हमें जब भी ले जातीं
72#बरस रहीं हैं बूंदें झम झमC
बरस रहीं हैं बूंदें झम झम
गरज रहे हैं बादल धम धम
काले काले बादल छाए
अंधेरा कितना ले आए
बिजली चमक रही है चम चम
बरस रहीं हैं बूंदें झम झम
लगा लगा कर हमको छाता
मजा भीगने में है आता
नाच रहे हैं हम तो छम छम
बरस रहीं हैं बूंदें झम झम
आया है मनभावन सावन
बहुत महीना है ये पावन
जय भोले बाबा जी बम बम
बरस रहीं हैं बूंदें झम झम
सड़कों पर पानी ही पानी
हमें देख होती हैरानी
बारिश थोड़ा सा अब तू थम
बरस रहीं हैं बूंदें झम झम
71#B
सारे बच्चे मिलकर थोड़े पेड़ लगाएंगे
हरा भरा करके हम अपनी धरा सजाएंगे
टीचर ने हमसे गमला मिट्टी मंगवाई है
तैयारी अपने हाथों से ख़ुद करवाई है
छोटे छोटे गमलों में हम बीज उगाएंगे
सारे बच्चे मिलकर थोड़े पेड़ लगाएंगे
रोज रोज हमको उनमें पानी देना होगा
हालचाल उनका हर दिन हमको लेना होगा
धूप छांव बारी बारी से, उन्हें दिखाएंगे
सारे बच्चे मिलकर थोड़े पेड़ लगाएंगे
अंकुर जब दिखलाई देंगे गमलों में सबके
हैरानी से देखेंगे वो, हम आगे बढ़ के
उनको बढ़ते देख बहुत हम खुश हो जाएंगे
सारे बच्चे मिलकर थोड़े पेड़ लगाएंगे
70# प्रार्थना C
अज्ञानी हम ज्ञान हमें दो
फूलों सी पहचान हमें दो
लगती ऐसी कड़वी बोली
जैसे चुभ जाती है गोली
केवल मीठा गान हमें दो
हम बालक नादान बहुत हैं
इस जग से अंजान बहुत हैं
माफ़ी का तुम दान हमें दो
मिलते जग में फूल जहां हैं
कांटों की भी जगह वहाँ हैं
राहें कुछ आसान हमें दो
अंधेरे को दूर भगाएं
हम दुखियों के कष्ट मिटाएं
खुशियों का सामान हमें दो
69#हम तारे हैं नीलगगन के
C
हम तारे हैं नीलगगन के
बच्चे सीधे -सच्चे मन के
जहाँ- जहाँ हम खिल जाएंगे
वहाँ-वहाँ जग महकाएंगे
प्यारे से हैं फूल चमन के
हम तारे हैं नीलगगन के
अच्छे गुण हम अपनाएंगे
नाम कमाकर दिखलाएंगे
नन्हे से हैं वीर वतन के
हम तारे हैं नीलगगन के
प्यार हमें बस करना आता
नफ़रत से कब अपना नाता
बोने हमको बीज अमन के
हम तारे हैं नीलगगन के
68#C
बिल्ली मौसी जब तुम आतीं
अपनी आंखों को चमकातीं
नज़र सदा रहती चूहों पर
चलतीं चारों तरफ देखकर
सीधे घर में ही घुस जातीं
बिल्ली मौसी जब तुम आतीं
तुम्हें देखकर लगता है डर
घुस जाते हम घर के अंदर
म्याऊं म्याऊं से हमें डराती
बिल्ली मौसी जब तुम आतीं
दूध मलाई तुम खाती हो
उससे ज्यादा बिखराती हो
मम्मी देख तुम्हें घबरातीं
बिल्ली मौसी जब तुम आतीं
67#C
तितली पास हमारे आओ
हमको अपना दोस्त बनाओ
इधर डोलती उधर डोलती
मगर किसी से नहीं बोलती
अपने मन की बात सुनाओ
तितली पास हमारे आओ
प्यार बहुत फूलों से करतीं
अपना पेट रसों से भरतीं
हमको भी कुछ रस पिलवाओ
तितली पास हमारे आओ
पंख तुम्हारे कितने प्यारे
रंग भरे हैं इतने सारे
अपने घर का पता बताओ
तितली पास हमारे आओ
66#C
पापा एक साइकिल लाए
देख खुशी से हम चिल्लाए
बैठ गए गद्दी पर चढ़कर
उसका हम स्टैंड लगाकर
देख हमें पापा घबराए
पापा एक साइकिल लाए
पापा ने बैलेंस बनाना
हमें सिखाया उसे चलाना
मज़े बहुत ही हमको आए
पापा एक साइकिल लाए
लाल रंग की प्यारी प्यारी
हमने उस पर करी सवारी
घंटी ट्रिन ट्रिन शोर मचाए
पापा एक साइकिल लाए
65#C
मच्छर दादा बोलो मत
नींद हमारी खोलो मत
बिना बुलाए आते हो
गुनगुन गीत सुनाते हो
इधर उधर यूं डोलो मत
मच्छर दादा बोलो मत
काट हमें लेते ऐसे
सूई चुभोई हो जैसे
ऐसे हमें टटोलो मत
मच्छर दादा बोलो मत
पकड़ तुम्हें यदि लेंगे हम
मार तुम्हें भी देंगे हम
हल्के में यूं तोलो मत
मच्छर दादा बोलो मत