#बाल-कविता- मेरा प्यारा मित्र
#मेरा प्यारा मित्र
(बाल-कविता)
मोनू मेरा प्यारा मित्र।
उसकी बातें मानो इत्र।।
पढ़ने में बड़ा होशियार।
सब करते हैं उससे प्यार।।
सब गुरुजन का आदर मान।
करके समझे अपनी शान।।
मिलकर रहना उसकी रीत।
सबका लेता दिल वह जीत।।
मॉनीटर है मेरा मित्र।
फूलों जैसा लिए चरित्र।।
खो-खो उसका प्रिय है खेल।
हॉबी उसकी सबसे मेल।।
कमज़ोरों का देता साथ।
बढ़ा पढ़ाई में वह हाथ।।
उसकी उम्र है आठ साल।
साफ़ रंग है चिकने गाल।।
#कवि- आर.एस. ‘प्रीतम’
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