बाल कविता : पटाखे
बाल कविता : पटाखे
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पापा नहीं पटाखे लाना
हमें चाहिए अच्छा खाना (1)
नहीं प्रदूषण और हवा में
आतिशबाजी से फैलाना (2)
फल वाले अनार को देखो
खाओ इसका रस का दाना (3)
धुआं पटाखों का जहरीला
रोगी हमें बनाकर माना (4)
पैसों को मत आग लगाओ
सब बच्चों को है समझाना(5)
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451