Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2021 · 1 min read

” बारिश की बूंदें “

” कुछ खो गया ,
कुछ बाकी है ।
आज फिर तेरे आने की ख्वाहिश बाकी है ! ”

ये जो बारिश की बूंदें है ,
गगन से धरती पर गिरे जा रही है ।
तुम्हें तो नहीं लेकिन ,
तुम्हारी सौगात ला रही है ।।

ये जो बारिश की बूंदें है ,
तन को भिगोए जा रही है ।
तुम तो कुछ कहते नहीं लेकिन ,
तुम्हारी मन के गीत ये गुनगुना रही है ।।

ये जो बारिश की बूंदें है ,
जमीं पर गिर के बिखर जा रही है ।
तुम तो बयां करते नहीं लेकिन ,
तुम्हारा हाले दिल मुझे महसूस करा रही है ।।

ये जो बारिश की बूंदें है ,
पत्तियों पर गिर शबनम बिखेरे जा रही है ।
तुम तो पास हो नहीं लेकिन ,
तुम्हारे प्यार का एहसास करा रही है ।।

? धन्यवाद ?

✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली

3 Likes · 89 Comments · 531 Views
Books from ज्योति
View all

You may also like these posts

3. Showers
3. Showers
Santosh Khanna (world record holder)
अंधेरों में अंधकार से ही रहा वास्ता...
अंधेरों में अंधकार से ही रहा वास्ता...
डॉ. दीपक बवेजा
मुक्तक
मुक्तक
Yogmaya Sharma
When you remember me, it means that you have carried somethi
When you remember me, it means that you have carried somethi
पूर्वार्थ
प्रीतम के ख़ूबसूरत दोहे
प्रीतम के ख़ूबसूरत दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
सपनों में विश्वास करो, क्योंकि उन्हें पूरा करने का जो आनंद ह
सपनों में विश्वास करो, क्योंकि उन्हें पूरा करने का जो आनंद ह
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
एतबार
एतबार
Davina Amar Thakral
कविता: सजना है साजन के लिए
कविता: सजना है साजन के लिए
Rajesh Kumar Arjun
जब से मेरे सपने हुए पराए, दर्द शब्दों में ढलने लगे,
जब से मेरे सपने हुए पराए, दर्द शब्दों में ढलने लगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कसक
कसक
ओनिका सेतिया 'अनु '
कुछ लोग प्यार से भी इतराते हैं,
कुछ लोग प्यार से भी इतराते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
क्यों न पहले अपने आप पर लिखूं
क्यों न पहले अपने आप पर लिखूं
Anant Yadav
If FEAR TO EXAMS is a Disease
If FEAR TO EXAMS is a Disease
Ankita Patel
अनपढ़े  ग्रन्थ ... ..
अनपढ़े ग्रन्थ ... ..
sushil sarna
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
बिछाए जाल बैठा है...
बिछाए जाल बैठा है...
आकाश महेशपुरी
मीत की प्रतीक्षा -
मीत की प्रतीक्षा -
Seema Garg
प्रत्याशा
प्रत्याशा
Omee Bhargava
होगे बहुत ज़हीन, सवालों से घिरोगे
होगे बहुत ज़हीन, सवालों से घिरोगे
Shweta Soni
-: मृत्यु का दर्पण :-
-: मृत्यु का दर्पण :-
Parvat Singh Rajput
आंगन
आंगन
Sumangal Singh Sikarwar
3718.💐 *पूर्णिका* 💐
3718.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
" बेबसी "
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदा दोस्ती
ज़िंदा दोस्ती
Shyam Sundar Subramanian
गणित का सत्य
गणित का सत्य
Dr. Vaishali Verma
शे
शे
*प्रणय*
बाळक थ्हारौ बायणी, न जाणूं कोइ रीत।
बाळक थ्हारौ बायणी, न जाणूं कोइ रीत।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
घने कोहरे में भी
घने कोहरे में भी
हिमांशु Kulshrestha
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
बदनाम ये आवारा जबीं हमसे हुई है
Sarfaraz Ahmed Aasee
गीत ग़ज़लों की साक्षी वो अट्टालिका।
गीत ग़ज़लों की साक्षी वो अट्टालिका।
पंकज परिंदा
Loading...