बारहवीं मैं मेरे धोरे आर्ट थी
बारहवीं मैं मेरे धोरे आर्ट थी
जिंदगी मेरी मैं एक छोरी मुख्य पार्ट थी।
झूठ उसके मुंह पै कदे ना जचा
सच्चाई की वाह मूरत छोरी स्मार्ट थी।
उसके धोरे ना फाइनआर्ट थी
जियोग्राफी के वा लेरी चार्ट थी।
मेरी प्रैक्टिकल बनाई मेरे दिल के पास आई
टच करगी हार्ट थी।
वा very intelligent ना कोशिश मेरी घाट थी
SONIT न propose करी …
वा Friendship का देगी कार्ट थी।
लेखक सोनित प्रजापति।