बाबा साहब हुए महान
आल्हा गीत – बाबा साहब हुए महान
=========================
संविधान की रचना करके, जिसने किया अतुल अवदान।
इस भारत के पावन भू पर, बाबा साहब हुए महान।।
जाति पाती की भेद मिटाकर, सब मानव को करके एक।
नाम अमर है बाबा जी का, जिसने कर्म किया अतिनेक।
सबको न्याय दिलाने खातिर, करके मन में पुण्य विचार।
संविधान दी है हम सबको, करके जन का बेड़ापार।
सब ही समझो सब ही जानो, अपने जीवन का सम्मान।
इस भारत के पावन भू पर, बाबा साहब हुए महान।।
संविधान की रचना करके, जिसने किया अतुल अवदान।।
भीमा बाई और रामजी, के घर जन्मे पूत सपूत।
मिटा दिया जिसने इस जग से,भेदभाव और छुआछूत।
इस दुनिया को सुखमय करने,किया जिन्होंने नित संघर्ष।
तभी हुआ समृद्ध सुमंगल, ऋषि मुनियों का भारत वर्ष।
बत्तीस डिग्री नौ भाषा में, प्रखर मिला था जिनको ज्ञान।
इस भारत के पावन भू पर, बाबा साहब हुए महान।।
संविधान की रचना करके, जिसने किया अतुल अवदान।।
बौद्ध धर्म जिसने अपनाकर,मानवता का किया प्रचार।
भले रहा जीवन अभाव में,मगर नहीं वे माने हार।
विश्व रत्न कहलाये बाबा,करके भारत का कल्याण।
संविधान वह पुण्य ग्रन्थ जो,हरता जन-जन का त्राण।
शिक्षा को ही माना जिसने,मानवता का पुण्य विधान।
इस भारत के पावन भू पर, बाबा साहब हुए महान।।
संविधान की रचना करके, जिसने किया अतुल अवदान।।
===============================
डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर” ✍️✍️