बाबा भीमराव अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस
दिक्षा भूमि में आकर देखो,
बुद्ध धम्म अपना कर देखो,
जिसने बुद्ध का राह दिया,
दलित शोषितों का वह राजा है,
भीमराव बोधिसत्व कहलाये है।
जय भीम जय भीम,
गूंजता जग में सारा है,
संघर्षों का मसीहा युग का,
दलितों का मसीहा कहलाये है।
अम्बेडकर संविधान निर्माता,
खोला भारत का भाग्य है,
गुलामी की जंजीरों को तोड़ा,
बाबा साहेब वह कहलाये है।
छुआछूत पर कसा सिकंजा,
समता शिक्षा का दिलाया अधिकार,
नारी को सम्मान मिला,
डॉ. भीमराव भारत रत्न कहलाये।
पढ़ लिख कर विश्व में नाम किया,
भारत का गौरव सिर का ताज बना,
छह दिसंबर उन्नीस सौ छ्हप्पन परिनिर्वाण दिवस,
बाबा भीमराव अम्बेडकर महान कहलाये।
रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।