बाबा भक्त कटाक्ष
बाबा- एं हौ मैथिलीयो मे पत्रकारिता होई छै आ सम्मानो बँटा रहलै की?
भक्त- हं त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका सबके पत्रकारिता कैह देल जाइ छै. मैथिली दैनिक वा चैनल रहितै त मैथिलीवला धनछोहा?
बाबा- एं हौ साहित्यिक दलाल सब सेहो खूब करामात करै लागल?
भक्त- ई सब त शेयर आ कोठा दलाल के पछुआ देलकै? दलाले दलाल?
बाबा- बरहम बाबा तोहरे भरोसे? हे डाइन जोगिन के तकैत रहू?
भक्त- हे झिझिया वाली दाई सब? लोक नृत्य कैह आरो अंधविश्वास के बढ़ाउ?
बाबा- मोछ के मधमनी दिस घुमा देब? लहान मे आँखि के अपरेशन करा देब? पामर बला चशमा पहिरा देब?
भक्त- यौ बाबा हम छी अहाँ के फैंस मिस ने करू डिल्ली बम्बई कमाई के चैंस? लोंगी डैंस लोंगी डैंस ©