बाबाओं की फौज
बाबाओं की फौज
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भारत में खड़ी हो गई बाबाओं की फौज दिखा-दिखाकर तरह-तरह के करतब
भोली जनता के पैसों से लेते मौज
भांति-भांति के बाबा
लाखों- करोड़ों इनके अनुयाई
अरबों-खरबों का मिले दान
और ऊपर से मिलता अति मान- सम्मान
फिर ये बाबा अहंकार में आ जाते हैं
स्वयं को ही भगवान मान बैठते हैं
करते उट पटांग काम
नियम -कानूनों की उड़ाते धज्जियां
और भोली जनता अव्यवस्थाओं के चलते
जान गंवा बैठती है
पल भर का इन बाबाओं को पता नहीं
और युगों-युगों पर देते ज्ञान
भोली जनता बाबाओं को मत मान
स्वयं को ही पहचान ।
– मुकेश कुमार ऋषि वर्मा