मेरे खिलाफ वो बातें तमाम करते हैं
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
परीक्षा शब्द सुनते ही बच्चों में परीक्षा के प्रति डर पैदा हो जाता है आखिर क्यों ?
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
जब लोग आपके विरुद्ध अधिक बोलने के साथ आपकी आलोचना भी करने लग
काश तुम कभी जोर से गले लगा कर कहो
Piyush Goel - Real Life Hero
खिंची लकीर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*हमेशा साथ में आशीष, सौ लाती बुआऍं हैं (हिंदी गजल)*
अमेठी के दंगल में शायद ऐन वक्त पर फटेगा पोस्टर और निकलेगा "ज़
राना लिधौरी के हिंदी दोहे -प्रेम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ग़ज़ल- हूॅं अगर मैं रूह तो पैकर तुम्हीं हो...