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12 Apr 2021 · 1 min read

चंद एहसास

चंद एहसास

1.

उनकी वफ़ा वफ़ा है , हमारी वफ़ा बेवफाई
उनके आंसू आंसू हैं , हमारे आंसू पानी

2.

लख्ते ज़िगर समझ समझ, वो उसे पालते रहे
मालूम न था वो उनकी मौत का , सामान होगा एक दिन

3.

दिन क्या फिरे वो , खुद को समझ बैठे खुदा
एहसास तब हुआ जब , जिन्दगी बिखर—बिखर गयी

4.

किसी को अच्छा क्यों कहे कोई, किसी को बुरा क्यों कहे कोई
ये अवसरवादियों की दुनिया है, यहाँ बुरे को अच्छा कहे कोई

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