बाप के आंसू
शाम का समय था। मौज मस्ती में डूबा लड़का घर आता है। आते ही वो चाय पिता है, फिर फोन पकड़ के हाथ में, कान में इयरफोन डाल के गाना सुनते-सुनते आराम फरमाता है। तभी उसे घर में किसी के आने का एहसास होता है। वह देखता है कि, पापा काम से समय से पहले घर आ गये है, क्या बात है??????
सब घर मे सोचते है कि, कुछ काम होगा तभी जल्दी आ गये है।
अगले दिन वह काम में नहीं जाते है। देखते ही देखते एक हफ्ता हो जाता है। वह इधर-उधर घूमते और घर मे देर से शराब पी कर आते। काम में न जाता देख लड़का पूछ डालता है? पापा काम में क्यों नहीं जा रहे हो ?? पापा _ लड़के को गुस्से से देख कर बोलते है _: तू अपना काम कर , नहीं जा रहा हूं बस काम मे।
लड़का जवान था। अपने पापा की हरकत देख वह गुस्से में अपने पापा को पलट जवाब दे देता है _:क्यो नहीं जा रहे हो, तो। जब देख रहे हो कि घर मे इतना परेशानी है, 3, 4 लोन है, गाड़ी का आधा किस्त बाकी है, मैं पढ़ाई छोड़ काम करता हूं। दादी का तबीयत खराब है, दीदी का कालेज फीस बाकी है। कहां से आयेगा पैसा? और आप काम में नहीं जा रहे हो, खाली शराब पी के पैसा उड़ा रहे हो। ये सब सुन बाप सिहर जाता है आंखों में आसू की बौछारें आ जाती है और सिसक कर कहता है _:ये सब जो तू मुझे बता रहा है, 3, 4 लोन, गाड़ी का किस्त, मां का तबीयत और बाकी सब मुझे पता है।
मै काम मे नहीं जा रहा हूं, क्योंकि मुझे काम से निकाल दिया है।और मै ये जो देर से घर आता हू , बाहर काम पता करने जाता हूं। दिन भर घर का टेन्शन, चिन्ता इसलिए मै थोड़ा पीकर आता हू।आज मै थोड़ा निसहाय हुआ तो तुम मुझे इतना सब बोल रहे हो । मैं जानता हूं मेरी वजह से तेरी पढ़ाई खराब हुई, मुझे माफ करना ……यह सब बात वह रोते हुये कहता है।
बेटा यह सब बात सुन कर और पापा को रोता देख, अपने आप को कोसता है कि मैने गुस्से में क्या कह दिया ……. वह घर वालों के सामने अपने पापा से हाथ जोड़ कर माफी मांगता है।