बाप और बेटा।
बाप बड़ा ,बेटा बड़ा ,नाती बड़े अमोल। जिनके सुत ऐसे भये ,बिके घास के मोल।।वर मांगन वर पर चली वर पायो तत्काल।वर पाये विधवा भयी ,रोई सारी साल।। गुड़ और तेल भटा और जीरे ,लागै एक ही डार मे।कहै पी सी अकेला, पेड़ों ठाडौं हार में।। बिच्छू के पीछे बसै,मुख पर बसंत भुजंग।नाहर के नख पर बसंत, त्रिया के सब अंग।।