Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2021 · 1 min read

बादल गीत

आजा बादल आजा बादल
घुमड़ – घुमड़ के छा जा बादल|
दादुर झींगुर तुझे बुलाते
पीपल पात लगे मुरझाने|
ईख खड़ी खेतों में रोती
अश्रु धरा के रज पी लेती|
मुरझाया सा लगता सावन
आजा बादल आजा बादल
घुमड़- घुमड़ के छा जा बादल
रवि की किरणों का तप हर ले
इसका तन मेघों से ढक ले |
नदिया प्यासी पोखर प्यासा
जन जीवन को तेरी आशा|
कब आओगे कहता सारस
आजा बादल आजा बादल
घुमड़ घुमड़ के छा जा बादल|
रचयिता-
रमेश त्रिवेदी
कवि एवं कहानीकार
ग्राम नरदी, पोस्ट पसगवां, तहसील मोहम्मदी, जिला लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश
व्यवसाय- कृषि एवं शिक्षण कार्य
सामाजिक सेवा एवं राजनीति
समाचार पत्र दैनिक प्रतिपल एवं स्वतंत्र हित में कविताओं का प्रकाशन एवं आकाशवाणी लखनऊ से काव्य पाठ |

2 Likes · 9 Comments · 472 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

घर में बैठक अब कहां होती हैं।
घर में बैठक अब कहां होती हैं।
Neeraj Agarwal
अंतहीन प्रश्न
अंतहीन प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
मायके से लौटा मन
मायके से लौटा मन
Shweta Soni
तुम्हारे पास ज्यादा समय नही हैं, मौत तुम्हारे साये के रूप मे
तुम्हारे पास ज्यादा समय नही हैं, मौत तुम्हारे साये के रूप मे
पूर्वार्थ
अवसरवादी होना द्विअर्थी है! सन्मार्ग पर चलते हुए अवसर का लाभ
अवसरवादी होना द्विअर्थी है! सन्मार्ग पर चलते हुए अवसर का लाभ
गौ नंदिनी डॉ विमला महरिया मौज
परिवार के एक सदस्य की मौत के दिन जश्न के उन्माद में डूबे इंस
परिवार के एक सदस्य की मौत के दिन जश्न के उन्माद में डूबे इंस
*प्रणय*
गुरु से बडा ना कोय🙏
गुरु से बडा ना कोय🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
307वीं कविगोष्ठी रपट दिनांक-7-1-2024
307वीं कविगोष्ठी रपट दिनांक-7-1-2024
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे
बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे
कवि दीपक बवेजा
आप अपनी नज़र से
आप अपनी नज़र से
Dr fauzia Naseem shad
चश्मा
चश्मा
Awadhesh Singh
ले हौसले बुलंद कर्म को पूरा कर,
ले हौसले बुलंद कर्म को पूरा कर,
Anamika Tiwari 'annpurna '
दर्पण
दर्पण
Kanchan verma
आजकल तो हुई है सयानी ग़ज़ल,
आजकल तो हुई है सयानी ग़ज़ल,
पंकज परिंदा
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
💪         नाम है भगत सिंह
💪 नाम है भगत सिंह
Sunny kumar kabira
"अहम्" से ऊँचा कोई "आसमान" नहीं, किसी की "बुराई" करने जैसा "
ललकार भारद्वाज
" पैमाना "
Dr. Kishan tandon kranti
सैनिक
सैनिक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दीपावली
दीपावली
surenderpal vaidya
धरती पर जन्म लेने वाला हर एक इंसान मजदूर है
धरती पर जन्म लेने वाला हर एक इंसान मजदूर है
प्रेमदास वसु सुरेखा
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
डॉ.सीमा अग्रवाल
परिवर्तन
परिवर्तन
Neha
मध्यम मार्ग
मध्यम मार्ग
अंकित आजाद गुप्ता
कमीना विद्वान।
कमीना विद्वान।
Acharya Rama Nand Mandal
एहसास
एहसास
Dr. Rajeev Jain
दुआओं में जिनको मांगा था।
दुआओं में जिनको मांगा था।
Taj Mohammad
कर्ज से मुक्ति चाहता हूं
कर्ज से मुक्ति चाहता हूं
Sudhir srivastava
2552.*पूर्णिका**कामयाबी का स्वाद चखो*
2552.*पूर्णिका**कामयाबी का स्वाद चखो*
Dr.Khedu Bharti
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Surinder blackpen
Loading...