बादल की तरह आते हो ,
बादल की तरह आते हो ,
बिन बरसे चले जाते हो ,
सावन का महीना है फिर,
दिल क्यों मेरा दहलाते हो ।
✍️नील रूहानी..
बादल की तरह आते हो ,
बिन बरसे चले जाते हो ,
सावन का महीना है फिर,
दिल क्यों मेरा दहलाते हो ।
✍️नील रूहानी..