बात
दिल जो बोलता है, वही बात लिखते हैं ।
चल रहा है जो आजकल वही हालात लिखते हैं ।
कवि लेखक वक्ता प्रवक्ता क्यों कहते हो मुझे ।
मन में आ गया जो कुछ वही जज्बात लिखते हैं ।
Vindhya Prakash Mishra
विन्ध्यप्रकाश मिश्र विप्र
दिल जो बोलता है, वही बात लिखते हैं ।
चल रहा है जो आजकल वही हालात लिखते हैं ।
कवि लेखक वक्ता प्रवक्ता क्यों कहते हो मुझे ।
मन में आ गया जो कुछ वही जज्बात लिखते हैं ।
Vindhya Prakash Mishra
विन्ध्यप्रकाश मिश्र विप्र