बात समझ आई
यह बात समझ में आई नहीं
और मम्मी ने समझाई नहीं
मैं कैसे मीठी बात करूं
जब मैंने मिठाई खाई नहीं
आपी भी पकाती है हलवा
फिर वो भी क्यों हलवाई नहीं
यह बात समझ में आई नहीं
नानी के मियां तो नाना हैं
दादी के मियां भी दादा हैं
जब आपा से मैंने ये पूछा
बाजी के मियां क्या बाजा हैं
वह हंस-हंसकर यह कहने लगी
ए भाई नहीं है ए भाई नहीं
यह बात समझ में आई नहीं
जब नया महीना आता है
बिजली का बिल आ जाता है
हालांकि बादल बेचारा
ये बिजली मुफ्त बनाता है
फिर हमने अपने घर पर बिजली
बादल से क्यों लगवाई नहीं
ये बात समझ में आई नहीं
अगर बिल्ली शेर की खाला है
तो हमने उसे क्यों पाला है
क्या शेर बहुत नालायक है
खाला को मार निकाला है
या जंगल के राजा के यहाँ
मिलती दूध मलाई नहीं
ये बात समझ में आई नहीं
क्यों लंबे बाल है भालू के
क्यों उसकी टुढ कराई नहीं
क्या वह भी गंदा बच्चा है
या उसके अब्बू भाई नहीं
ये उसका हेयर स्टाइल है
या जंगल में कोई नाई नहीं
यह बात समझ में आई नहीं
जो तारे झिलमिल करते हैं
क्या उनकी चाची ताई नहीं
होगा कोई रिश्ता सूरज से
ये बात हमें बतलाई नहीं
ये चंदा कैसा मामा है
जब मम्मी का वो भाई नहीं
ये बात समझ में आई नहीं