*बात दिल की बता देते तुम*
बात दिल की बता देते तुम
जीवन का सफर यूँ ही गुजरता चला ,
एक दूसरे के गिले शिकवे भूलकर
तुम्हारे दिल के आसपास मौजूद रहकर भी ,
काश ! हम तुम्हारे दिल की बात जान लेते।
काश ! बात दिल की बता देते तुम…! !
कुछ पल खामोश बैठे हुए यूँ ही नजरें तकते ही रहे ,
इधर उधर की बातों का फलसफा लिए वक्त गुजरते ही रहे ,
चंद मुलाकातों का सिलसिला चलता ही रहा ,
रूठना मनाना हँसना सुख दुःख बाँटते ही रहे,
अतीत के दायरों में देख अच्छा बुरा सम्हलता ही रहा ,
भींगते हुए नयनों से कभी आँसू गिरते हुए,
फिर भी न जाने क्यों तुम अपनी अदाओं से रिझाते कर बातों को टालते ही रहे,
काश !बात दिल की बता देते तुम…! ! !
इन आँखों ने हसीन रंगीन ख्वाबों को सजाये हुए ,
कुछ सुनी अनसुनी सी बातों में बहकते हुए ,
कभी सोचती हूँ कि मैं राधिका बन जाती ,
तुम मेरे श्याम बन जाते अंतरात्मा एक होकर ,
दिल में रहकर कभी भी हम एक दूजे से जुदा न होने पाते ,
दिल में छिपा हुआ गहरा राज जब बाहर निकल ही जाता ,
यूँ ही अपने दिल की बातों को जता देते तुम ,
काश !बात दिल की बता देते तुम…! ! !
खुशी हो चाहे गम हो साथ देते हो तुम ,
कभी तन्हाइयों में अकेले गुमसुम रह बातें करते हो तुम ,
दिल के सारे हालात मालूम है फिर भी न जाने क्यों तुम ,
काश ! बात दिल की बता देते तुम….! ! !
भरोसा ही नहीं तुमसे पूर्णतः विश्वास है मुझे ,
कभी बेचैनी घबराहट सी तड़प होती है ,
हैरान परेशान देखकर खुद को रोक न पाती हूँ ,
सोचकर उलझती सी रह जाती हूँ ,
उदासियों में भी हँसकर बातों में टाल मटोल कर देते हो तुम ,
काश ! बात दिल की बता देते तुम…..! ! !
दर्द से पीड़ा से कराहते हुए भी कभी उफ्फ तक न करते हो तुम ,
सबकी परवाह करते हुए सभी काम आसान कर देते हो तुम ,
कुछ कहते सुनते हुए अंजान बन टाल देते हो तुम ,
मगर ये निगाहें सब कुछ बयां कर देती है ,
दिल के गहरे राज कैसे पूछ लूं तुमसे ,
दिल की तेज धड़कन जब बढ़ जाती है ,
अंतर्मन में उथल पुथल मच जाती है और आँखों से अश्रु धारा बहते जाती है ,
काश ! बात दिल की बता देते तुम …! ! !
शशिकला व्यास✍️