Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2016 · 1 min read

बाजारों में मच गया (दोहा मुक्तक )

बाजारों में मच गया, जमकर हाहाकार !
आतंकी हैं खौफ में, जनता है लाचार !!
नोट हजारी पांच सौ, हुए आज से बंद, 
आयी है अब रंग में, मोदी की सरकार !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 260 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

उम्मीद बाक़ी है
उम्मीद बाक़ी है
Dr. Rajeev Jain
मज़दूर की मजबूरी
मज़दूर की मजबूरी
Uttirna Dhar
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
वेलेंटाइन डे शारीरिक संबंध बनाने की एक पूर्व नियोजित तिथि है
Rj Anand Prajapati
तो गलत कहाँ हूँ मैं ?
तो गलत कहाँ हूँ मैं ?
नेहा आज़ाद
मैं अशुद्ध बोलता हूं
मैं अशुद्ध बोलता हूं
Keshav kishor Kumar
3828.💐 *पूर्णिका* 💐
3828.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
नई रीत विदाई की
नई रीत विदाई की
विजय कुमार अग्रवाल
ସେହି ଭୟରେ
ସେହି ଭୟରେ
Otteri Selvakumar
दो मुक्तक
दो मुक्तक
Dr Archana Gupta
प्रीत हमारी
प्रीत हमारी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
सवाल सिर्फ आँखों में बचे थे, जुबान तो खामोश हो चली थी, साँसों में बेबसी का संगीत था, धड़कने बर्फ़ सी जमीं थी.......
सवाल सिर्फ आँखों में बचे थे, जुबान तो खामोश हो चली थी, साँसों में बेबसी का संगीत था, धड़कने बर्फ़ सी जमीं थी.......
Manisha Manjari
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
सत्य कुमार प्रेमी
बहते हुए पानी की तरह, करते हैं मनमानी
बहते हुए पानी की तरह, करते हैं मनमानी
Dr.sima
" किताब "
Dr. Kishan tandon kranti
अधरों पर विचरित करे,
अधरों पर विचरित करे,
sushil sarna
“एडमिन और मोडरेटर”
“एडमिन और मोडरेटर”
DrLakshman Jha Parimal
आदाब दोस्तों,,,
आदाब दोस्तों,,,
Neelofar Khan
पिता
पिता
Shweta Soni
The ability to think will make you frustrated with the world
The ability to think will make you frustrated with the world
पूर्वार्थ
उसके गालों का तिल करता बड़ा कमाल -
उसके गालों का तिल करता बड़ा कमाल -
bharat gehlot
"रुकना नही"
Yogendra Chaturwedi
धूल छा जाए भले ही,
धूल छा जाए भले ही,
*प्रणय*
हार से हार
हार से हार
Dr fauzia Naseem shad
पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज।
पलकों पे सपने लिए, लाँघे जब दहलीज।
डॉ.सीमा अग्रवाल
श्याम वंदना
श्याम वंदना
Sonu sugandh
बुढ़ादेव तुम्हें नमो-नमो
बुढ़ादेव तुम्हें नमो-नमो
नेताम आर सी
चलो चाय पर मिलते हैं
चलो चाय पर मिलते हैं
Indu Nandal
रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी
रिश्तों में बेबुनियाद दरार न आने दो कभी
VINOD CHAUHAN
कौशल्या नंदन
कौशल्या नंदन
Sonam Puneet Dubey
Loading...