खुश होना नियति ने छीन लिया,,
वो मुझे पास लाना नही चाहता
रविदासाय विद् महे, काशी बासाय धी महि।
न्योता ठुकराने से पहले यदि थोड़ा ध्यान दिया होता।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तन्हाईयां सुकून देंगी तुम मिज़ाज बिंदास रखना,
मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है।
ना जाने क्यों?
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
*छाया प्यारा कोहरा, करता स्वागत-गान (कुंडलिया)*
यहां लोग सच बोलने का दावा तो सीना ठोक कर करते हैं...