Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2024 · 1 min read

बांदरो

💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐

ड्योढ़ी बैठ्यो बांदरो , रह्यो झुक झुक झाँख ।
पलक झपकतां ले गयो,रहगी फाटी आँख ।।

भवानी सिंह ‘भूधर’
बड़नगर , जयपुर

Language: Rajasthani
105 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हाथ की लकीरें
हाथ की लकीरें
Mangilal 713
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
Sanjay ' शून्य'
**कुछ तो कहो**
**कुछ तो कहो**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
sushil sarna
*सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं अम्मा जी🍃🍃🍃 (श्रीमती उषा
*सत्पथ पर सबको चलने की, दिशा बतातीं अम्मा जी🍃🍃🍃 (श्रीमती उषा
Ravi Prakash
यूं तो गम भुलाने को हैं दुनिया में बहुत सी चीजें,
यूं तो गम भुलाने को हैं दुनिया में बहुत सी चीजें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
महज़ एक गुफ़्तगू से.,
महज़ एक गुफ़्तगू से.,
Shubham Pandey (S P)
Jeevan Ka saar
Jeevan Ka saar
Tushar Jagawat
कलम और कविता
कलम और कविता
Surinder blackpen
दोस्ती में हम मदद करते थे अपने यार को।
दोस्ती में हम मदद करते थे अपने यार को।
सत्य कुमार प्रेमी
देवर्षि नारद जी
देवर्षि नारद जी
Ramji Tiwari
4347.*पूर्णिका*
4347.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मदर इंडिया
मदर इंडिया
Shekhar Chandra Mitra
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
*प्रणय*
.हिदायत
.हिदायत
shabina. Naaz
Beginning of the end
Beginning of the end
Bidyadhar Mantry
" इशारा "
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
कुछ मेरा तो कुछ तो तुम्हारा जाएगा
अंसार एटवी
तू अब खुद से प्यार कर
तू अब खुद से प्यार कर
gurudeenverma198
दीवारों की चुप्पी में
दीवारों की चुप्पी में
Sangeeta Beniwal
"अलग -थलग"
DrLakshman Jha Parimal
मेरी कलम......
मेरी कलम......
Naushaba Suriya
ज़माना हक़ीक़त
ज़माना हक़ीक़त
Vaishaligoel
बेपरवाह खुशमिज़ाज़ पंछी
बेपरवाह खुशमिज़ाज़ पंछी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
माना   कि  बल   बहुत  है
माना कि बल बहुत है
Paras Nath Jha
जूझ रहा था तालाब पानी के अभाव में।
जूझ रहा था तालाब पानी के अभाव में।
Vinay Pathak
खुद के वजूद की
खुद के वजूद की
Dr fauzia Naseem shad
बिना जिसके न लगता दिल...
बिना जिसके न लगता दिल...
आर.एस. 'प्रीतम'
मन को दीपक की भांति शांत रखो,
मन को दीपक की भांति शांत रखो,
Anamika Tiwari 'annpurna '
Loading...