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20 Mar 2024 · 1 min read

बांदरो

💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐

ड्योढ़ी बैठ्यो बांदरो , रह्यो झुक झुक झाँख ।
पलक झपकतां ले गयो,रहगी फाटी आँख ।।

भवानी सिंह ‘भूधर’
बड़नगर , जयपुर

Language: Rajasthani
121 Views

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