बांदरो
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
ड्योढ़ी बैठ्यो बांदरो , रह्यो झुक झुक झाँख ।
पलक झपकतां ले गयो,रहगी फाटी आँख ।।
भवानी सिंह ‘भूधर’
बड़नगर , जयपुर
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
ड्योढ़ी बैठ्यो बांदरो , रह्यो झुक झुक झाँख ।
पलक झपकतां ले गयो,रहगी फाटी आँख ।।
भवानी सिंह ‘भूधर’
बड़नगर , जयपुर