बाँध तू मुट्ठी
तुमसे ही बदलेगी तकदीर तेरी
तुमसे ही टूटेगी जंजीर तेरी
याद कर कसक ॰ हौसला रख
तुमसे ही बदलेगी तदबीर तेरी ।
मिटा जो पाए अंधेरा मन का
जगा जो पाए सवेरा मन का
बाँध लो मुट्ठी, कस लो कमर
तब चमकेगा सितारा जीवन का ।
जीवन की उलझी गुत्थी
सुलझेगी , बाँध तू मुट्ठी ।