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24 May 2022 · 1 min read

बाँके की छटा (मत्त सवैया -ब्रज भाषा)

🙏
!! श्रीं !!
सुप्रभात !
जय श्री राधेकृष्ण !
शुभ हो आज‌ का दिन !
🦚
बाँके की छटा
**********
टेढ़ौ धारै है मुकट भाल ,
टेढ़ी सी नार लगै प्यारी ।
टेढ़े ही कुंडल लटक रह्ये,
टेढ़ौ ही ठाड़ौ बनवारी ।।
टेढ़ी बाँसरिया धार रखी ,
टेढ़ी‌ कटि पीताम्बरधारी ।
टेढ़े पामन नीकौ लागै ,
टेढ़े बाँके पै बलिहारी ।।3
*
राधे…राधे…!
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***
🎄🎄🎄

Language: Hindi
107 Views
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