बहुत बड़ा है राहत पैकेज..
शायद कोई भूखा नहीं रहेगा,
भुखमरी से कोई नहीं मरेगा,
हो जायेगा कल्याण सभी का,
क्योंकि बहुत बड़ा है राहत पैकेज ।
अब कोई न पैदल निकलेगा,
अब न पैरों से लहू निकलेगा,
बैठेंगे हवाई जहाज़ में श्रमिक,
क्योंकि बहुत बड़ा है राहत पैकेज ।
भिखारी अब साहूकार बनेगा,
रेहड़ी वाला न सब्जी बेचेगा,
बैठेगा AC कमरों में झोंपड़ी वाला,
क्योंकि बहुत बड़ा है राहत पैकेज ।
संस्थान थे जो सरकारी,
उन्हें लगी है भारी बीमारी,
इलाज़ उनका कोई उद्योगपति करेगा,
क्योंकि बहुत बड़ा है राहत पैकेज ।
जो था अपना सब बेच दिया,
कौड़ी का सामान लाखों में लिया,
आर्थिक स्थिति भी बदहाल हुई है,
क्योंकि बहुत बड़ा है राहत पैकेज ।
खज़ाना अपने पास नहीं है,
सुधरने की भी कोई आस नहीं है,
“आघात”धर्म से बेड़ा अपना पार करेगा,
क्योंकि बहुत बड़ा है राहत पैकेज ।