” बहुत बर्फ गिरी इस पेड़ पर
” बहुत बर्फ गिरी इस पेड़ पर
खुशियों के पात सारे झर गए
किन्तु इसमें आस अब तक शेष है
फिर आएगा बसन्त फिर सब पात होंगे
कूजेगी कोकिल मुदित सब गात होंगे।”
सरस्वती
” बहुत बर्फ गिरी इस पेड़ पर
खुशियों के पात सारे झर गए
किन्तु इसमें आस अब तक शेष है
फिर आएगा बसन्त फिर सब पात होंगे
कूजेगी कोकिल मुदित सब गात होंगे।”
सरस्वती