बहुत खुश हैं अपनी दुनिया में
ज्यादा कुछ नहीं बस
इतना ही कहना था तुमको
हम जैसे कल थे
आज भी वैसे ही हैं
तुमको ऐतराज हो तो हम क्या करें
मौसम की तरह रंग बदलना
हमारी फितरत में नहीं
तुम बदलना चाहो तुम्हारी मर्जी
हम जैसे भी हैं
बहुत खुश है अपनी दुनिया में
हमसे बेहतर ढूंढ लेना कोई
जो शातिर खिलाड़ी हो रंग बदलने में
बात बात पर मिजाज बदलने की
कला हमने कभी सीखी नहीं
हमारे हाल पर आंसू मत बहाना
वरना किसी का दिल टूट कर बिखर जाएगा
तुम्हारा क्या तुम्हें कोई और
हमसे बेहतर मिल जाएगा
हम जैसे भी हैं बहुत खुश हैं अपनी दुनिया में