बहुत कुछ जान के जाना है तुमको, बहुत कुछ समझ के पहचाना है तुम
बहुत कुछ जान के जाना है तुमको, बहुत कुछ समझ के पहचाना है तुमको। मुझे जो कुछ समझते हो गलत है, किसी दिन ये भी समझाना है तुमको।
तुम्हारी आँखों में जो सवाल हैं छुपे, उनका जवाब देना है मुझे। तुम्हारे दिल में जो गलतफहमियाँ हैं बसी, उनको मिटाना है मुझे।
तुम्हारी सोच में जो भ्रम है फैला, उसे हकीकत से मिलवाना है मुझे। तुम्हारी गलतफहमियों का जो जाल है बुना, उसे धीरे-धीरे खोलना है मुझे।
तुमने जो छवि बनाई है मेरे बारे में, वह धुंधली है, साफ़ करना है मुझे। तुम्हारी समझ में जो कमी है, उसे दूर कर, अपने सही रूप में दिखाना है मुझे।
एक दिन ऐसा आएगा जब तुम समझोगे, मेरे दिल की सच्चाई को। फिर तुम्हें एहसास होगा, मेरे प्यार और वफ़ा की गहराई को।
बहुत कुछ जान के जाना है तुमको, बहुत कुछ समझ के पहचाना है तुमको। मुझे जो कुछ समझते हो गलत है, किसी दिन ये भी समझाना है तुमको।