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28 May 2024 · 1 min read

बहिन

बहिन भी तो मां का एक स्वरूप होती है
परेशानी हो गंभीर तो मां का रूप होती है
अक्सर तुमने भी इसे महसूस किया होगा
समझदारी में अक्सर मां से बढ़कर होती है

कोई एक वाकया नहीं कई दौर गुजरे हैं
विषम परिस्थितियों की मार झेले हैं
विपत्तियों के दौर से जिसने निकाला है मुझे
हम सभी प्रेम से उसे बहिन कहते हैं

इति

इंजी संजय श्रीवास्तव
बीएसएनएल, बालाघाट, मध्यप्रदेश

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