Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Nov 2017 · 1 min read

बहारों का जमाना

फिर लौट के आएगा , जमाना बहारों का ?
रूठा हुआ है आजकल, मैखाना यारों का ।।

थकते न थे जो , साथ चलते हुए ।
चुपचाप बैठें हैं , हाथ मलते हुए ।।

खामोश लब हैं , उदास हैं निगाहें ।
साथ चलने वालों की , जुदा हो गई राहें।।

न डोला रहा , न जमाना कहारों का ।
कैसे लौट के आएगा , जमाना बहारों का ।।

अरे चुप ये दिल , क्यों तू मचलता है ।

क्यों नहीं , जमाने के संग चलता है ?

मत उगल बेवक्त बातें , क्यों हाथ मलता है ?
क्यों नहीं, जमाने जैसा रंग बदलता है ?

झूठी बात पर , क्यों जलता है ?
क्यों नहीं कहता , सब चलता है ?

बदलते रंग , बदला अंदाज यारों का ।
अब यहां , क्या काम दिलदारों का ?

मुमकिन है बदल जाना, जमाना बहारों का । रुतबा बदला जब , बचपन के यारों का ।।

ढलना उधर , जिधर जमाना ढलता है ।
कह जमाने से , साहेब सब चलता है !।

ला मिठास , चापलूसी की जुबां पर ।
क्यों बेकार , हाथ मलता है ?

बन जा आंख का तारा , हर किसी का ।
क्यों सूरज जैसा ढलता है ?

सजा महफिल , लौटेगा जमाना बहारों का ।
आबाद होगा “सोबन” रूठा मैखाना यारों का ।।

Language: Hindi
5 Likes · 6 Comments · 1557 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*है गृहस्थ जीवन कठिन
*है गृहस्थ जीवन कठिन
Sanjay ' शून्य'
*A date with my crush*
*A date with my crush*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
गुस्ल ज़ुबान का करके जब तेरा एहतराम करते हैं।
Phool gufran
"स्वार्थी रिश्ते"
Ekta chitrangini
चलो मिलते हैं पहाड़ों में,एक खूबसूरत शाम से
चलो मिलते हैं पहाड़ों में,एक खूबसूरत शाम से
पूर्वार्थ
आओ स्वतंत्रता का पर्व
आओ स्वतंत्रता का पर्व
पूनम दीक्षित
*श्रद्धेय रामप्रकाश जी की जीवनी मार्गदर्शन है (प्रसिद्ध कवि
*श्रद्धेय रामप्रकाश जी की जीवनी मार्गदर्शन है (प्रसिद्ध कवि
Ravi Prakash
लिखें हैं नगमें जो मैंने
लिखें हैं नगमें जो मैंने
gurudeenverma198
तुम याद आये !
तुम याद आये !
Ramswaroop Dinkar
इतनी ज़ुबाॅ को
इतनी ज़ुबाॅ को
Dr fauzia Naseem shad
ये दौलत भी लेलो ये सौहरत भी लेलो
ये दौलत भी लेलो ये सौहरत भी लेलो
Ranjeet kumar patre
विजयदशमी
विजयदशमी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
" अंदाजा "
Dr. Kishan tandon kranti
4129.💐 *पूर्णिका* 💐
4129.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मोनू बंदर का बदला
मोनू बंदर का बदला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
यू-टर्न
यू-टर्न
Shreedhar
रंग भरी पिचकारियाँ,
रंग भरी पिचकारियाँ,
sushil sarna
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
रुपेश कुमार
करवाचौथ
करवाचौथ
Dr Archana Gupta
आ जाओ गणराज
आ जाओ गणराज
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
नूरफातिमा खातून नूरी
न्याय होता है
न्याय होता है
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
हम तब तक किसी की प्रॉब्लम नहीं बनते..
हम तब तक किसी की प्रॉब्लम नहीं बनते..
Ravi Betulwala
जिंदगी मुझसे हिसाब मांगती है ,
जिंदगी मुझसे हिसाब मांगती है ,
Shyam Sundar Subramanian
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
एक मेरे सिवा तुम सबका ज़िक्र करती हो,मुझे
Keshav kishor Kumar
त्याग
त्याग
Punam Pande
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
छोड़ो टूटा भ्रम खुल गए रास्ते
VINOD CHAUHAN
👌2029 के लिए👌
👌2029 के लिए👌
*प्रणय*
ऊँ गं गणपतये नमः
ऊँ गं गणपतये नमः
Neeraj Agarwal
रंगीला संवरिया
रंगीला संवरिया
Arvina
Loading...