Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2022 · 1 min read

बहन

🦚
बहन
****
प्यार पावन है बहन का, भाग्य से मिलती बहन ,
देख कर भाई को मन में फूल-सी खिलती बहन ,
खुश रहे भैया सदा रखती हृदय में भावना ।
कष्ट में हो भ्रात छाले की तरह छिलती बहन ।।
०००
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
***
🪷🪷🪷

313 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all
You may also like:
2755. *पूर्णिका*
2755. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिया ज्ञान का भंडार हमको,
दिया ज्ञान का भंडार हमको,
Ranjeet kumar patre
*जलते हुए विचार* ( 16 of 25 )
*जलते हुए विचार* ( 16 of 25 )
Kshma Urmila
गांव
गांव
Shriyansh Gupta
निरुद्देश्य जीवन भी कोई जीवन होता है ।
निरुद्देश्य जीवन भी कोई जीवन होता है ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
🌸प्रकृति 🌸
🌸प्रकृति 🌸
Mahima shukla
आज भी कभी कभी अम्मी की आवाज़ सुबह सुबह कानों को सुन
आज भी कभी कभी अम्मी की आवाज़ सुबह सुबह कानों को सुन
shabina. Naaz
लोग गर्व से कहते हैं मै मर्द का बच्चा हूँ
लोग गर्व से कहते हैं मै मर्द का बच्चा हूँ
शेखर सिंह
जोश,जूनून भरपूर है,
जोश,जूनून भरपूर है,
Vaishaligoel
व्यंग्य क्षणिकाएं
व्यंग्य क्षणिकाएं
Suryakant Dwivedi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
शब्द
शब्द
Mamta Rani
छठ पूजा
छठ पूजा
©️ दामिनी नारायण सिंह
सज सवंर कर श्रीमती जी ने
सज सवंर कर श्रीमती जी ने
Chitra Bisht
अब किसी की याद पर है नुक़्ता चीनी
अब किसी की याद पर है नुक़्ता चीनी
Sarfaraz Ahmed Aasee
इश्क़ में न जाने कितने क़िरदार होते हैं,
इश्क़ में न जाने कितने क़िरदार होते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Sharing makes you bigger than you are. The more you pour out
Sharing makes you bigger than you are. The more you pour out
पूर्वार्थ
"चलना"
Dr. Kishan tandon kranti
विचलित लोग
विचलित लोग
Mahender Singh
पकड़कर हाथ छोटा बच्चा,
पकड़कर हाथ छोटा बच्चा,
P S Dhami
रींगस वाली राह पकड़कर
रींगस वाली राह पकड़कर
अरविंद भारद्वाज
*राम स्वयं राष्ट्र हैं*
*राम स्वयं राष्ट्र हैं*
Sanjay ' शून्य'
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Omee Bhargava
मन में जीत की आशा होनी चाहिए
मन में जीत की आशा होनी चाहिए
Krishna Manshi
धीरे-धीरे ढह गए,
धीरे-धीरे ढह गए,
sushil sarna
आवाज़
आवाज़
Dipak Kumar "Girja"
..
..
*प्रणय*
बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं।
बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
परछाई
परछाई
Dr Mukesh 'Aseemit'
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
Loading...