” बस सच्ची ही बात लिखेंगे “
बस सच्ची ही बात लिखेंगे,
जीवन है सौगात लिखेंगे,
जब हम अपनी पर आएंगे,
मरुथल मे बरसात लिखेंगे,
अपनी आंखों मे जुगनू हैं,
सारी-सारी रात लिखेंगे,
इन हाथों को लिखने दो,
बदले हर हालात लिखेंगे,
मेरे सहने की सीमा है,
मत भूलो, प्रतिघात लिखेंगे,
बिना प्यार की खुशबू वाली,
रोटी को खैरात लिखेंगे,
जाकर सीने से लग जाये,
वैसे हम जज्बात लिखेंगे,
बस सच्ची ही बात लिखेंगे,
जीवन है सौगात लिखेंगे।